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लेखनी प्रतियोगिता -14-Oct-2023

दैनिक प्रतियोगिता कविता

विषय :- कृपा

इच्छा और कृपा

जब जब तूने चाहा और काम ना हुआ 
ये सोचना इसी में तेरा भला है।
यही महादेव की इच्छा है।


जब जब तूने सोचा और तेरा काम हुआ
सोचना शिव तुझसे बहुत खुश हैं
और ये उन्ही की कृपा है।

जब जब ईश्वर को पूजने पर भी तू बीमार हुआ 
तुझे चोट लगी है!
ये मत समझना कुछ गलत हुआ, वो तो हो ही नहीं सकता
किसी बहुत बड़ी मुसीबत से तेरी जान बची है!

जब जब तूने किसी को प्रेम दिया, भला किया
और बदले में बदनामी,धोखा और गाली मिली है
मत समझना वो बुरे के साथ हैं।
अरे उसके पाप बढ़े और तेरे पाप कटे हैं।

जब तू प्रभु की इच्छा और कृपा को समझने लगेगा
प्यारे तेरी जिंदगी में कोई दुख नहीं रहेगा ll

अपर्णा गौरी शर्मा 🕉️

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5 Comments

Mohammed urooj khan

16-Oct-2023 01:21 AM

🙏👌

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RISHITA

15-Oct-2023 06:25 AM

Awesome

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Varsha_Upadhyay

14-Oct-2023 09:27 PM

Nice 👍🏼

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